देहरादून।
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की अधिसूचना से पहले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदाताओं की सुविधा के लिए आयोग ने बैलेट पेपर के रंगों की घोषणा कर दी है, जिससे मतदान प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुगम बनाया जा सके।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि इस बार ग्राम पंचायत सदस्य के लिए सफेद रंग का बैलेट पेपर होगा। ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशियों के लिए हरे रंग का, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए नीले रंग का और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग का बैलेट पेपर निर्धारित किया गया है। इस रंग-कोड व्यवस्था से मतदाताओं को मतदान करते समय किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति नहीं होगी।
इसके साथ ही आयोग ने दिव्यांग और शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। जो मतदाता स्वयं मतदान केंद्र तक आने-जाने में असमर्थ हैं, उन्हें एक पारिवारिक सदस्य वाहन से मतदान केंद्र तक लाने और पुनः निवास स्थान तक पहुंचाने की अनुमति दी जाएगी। इस सुविधा का उद्देश्य मतदान प्रक्रिया को सभी के लिए सुलभ बनाना है।
कितने पदों पर होगा चुनाव
राज्य में इस बार कुल 66,418 पदों के लिए पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। इनमें ग्राम पंचायत सदस्य के 55,587, ग्राम प्रधान के 7,499, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,974 और जिला पंचायत सदस्य के 358 पद शामिल हैं।
मतदान केंद्रों की संख्या
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार इस बार 8,276 मतदान केंद्र और 10,529 मतदेय स्थल बनाए गए हैं, ताकि अधिकतम मतदाता आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
सबसे ज्यादा और सबसे कम ग्राम पंचायतें
टिहरी जनपद के भिलंगना ब्लॉक में सबसे अधिक 186 ग्राम पंचायतें हैं, जबकि काशीपुर (ऊधमसिंहनगर) ब्लॉक में सबसे कम 34 ग्राम पंचायतें पंजीकृत हैं। अन्य प्रमुख ब्लॉकों की बात करें तो रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में 159, टिहरी के जौनपुर में 149, अल्मोड़ा के सल्ट में 138, और उत्तरकाशी के नौगांव ब्लॉक में 134 ग्राम पंचायतें हैं।
पहले चरण में कहां होंगे चुनाव
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार जिन क्षेत्रों में मौसम की अधिक चुनौती है, वहां पहले चरण में मतदान कराए जाएंगे ताकि प्राकृतिक बाधाओं से बचा जा सके।
रिपोर्ट – Pahadpan News
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