लालकुआं (बिंदुखत्ता), 1 अगस्त 2025
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणामों के बाद एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। बिंदुखत्ता क्षेत्र के शांतिपुरी खमिया नंबर-चार निवासी ललित आर्या (32) पुत्र डिगर राम आर्या ने चुनावी परिणामों से आहत होकर जहर खा लिया। युवक को गौला नदी के इमलीघाट क्षेत्र में तड़पता हुआ देख लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद उसे तत्काल पहचान कर उसके मित्रों को बुलाया गया।
मित्रों और परिजनों द्वारा उसे रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी। बताया जा रहा है कि ललित आर्या प्रधान पद की प्रत्याशी बबीता रौतेला और बीडीसी प्रत्याशी दीप्ति पांडा के प्रचार में पूरी तरह सक्रिय था और चुनाव को लेकर बेहद भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ था।
गुरुवार को चुनाव परिणाम आने के बाद जब दोनों प्रत्याशी हार गईं, तो ललित गहरे सदमे में चला गया। बताया जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर उसे लेकर तंज कसे गए कि उसने समर्थन तो किसी को दिया लेकिन वोट किसी और को दे दिया गया — इस बात से वह मानसिक रूप से और टूट गया।
घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। यह दुखद घटना बताती है कि चुनावी राजनीति में भावनात्मक जुड़ाव कभी-कभी घातक रूप ले सकता है। स्थानीय प्रशासन और समाज के लिए यह आत्ममंथन का विषय है कि जनप्रतिनिधियों का चयन लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, लेकिन उसमें शामिल लोगों की भावनाएं भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं।
(यह खबर दुखद है। आत्महत्या जैसे कदम किसी भी समस्या का हल नहीं है। मानसिक तनाव या अवसाद जैसी स्थिति में तुरंत विशेषज्ञ की मदद लें या अपने परिवार और दोस्तों से बात करें।)
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