उत्तराखंड में भू-कानून को लेकर चल रही बहस के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग भू-कानून का मुद्दा सिर्फ पैसों के लिए उठा रहे थे, लेकिन अब इस कानून ने उनकी “दुकानें” बंद कर दी हैं।
भट्ट ने यह बयान मसूरी में एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने राज्य के हित में भू-कानून लागू किया है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे उन लोगों की पोल खुल गई है, जो जमीन से जुड़े मुद्दों को सिर्फ अपने फायदे के लिए उठाते थे।
क्या है भू-कानून विवाद?
भू-कानून को लेकर उत्तराखंड में लंबे समय से बहस चल रही है। कई संगठनों और स्थानीय लोगों का मानना है कि पुराने भू-कानून से राज्य की भूमि बाहरी लोगों के हाथों में जा रही थी, जिससे पहाड़ी संस्कृति और पहचान को खतरा था। हाल ही में सरकार ने इस पर नए नियम लागू किए, जिसके बाद इस मुद्दे पर नई बहस शुरू हो गई।
राजनीतिक घमासान तेज
महेंद्र भट्ट के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला है। कई सामाजिक संगठनों ने भी उनके बयान की आलोचना की है। विपक्ष का कहना है कि सरकार इस बयान के जरिए लोगों की चिंताओं को दरकिनार करने की कोशिश कर रही है।
अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और क्या भू-कानून को लेकर विरोध जारी रहेगा या नहीं।
पहाड़पन की खबरें आपको कैसी लगती हैं? हमें व्हाट्सएप पर अवश्य साझा कीजिए!
अब पहाड़पन पर आप अपने व्यवसाय का भी प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
📞 +917409347010
📞 +917088829995
Leave a Reply