रुद्रप्रयाग: यूट्यूब पर एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर वाली लोकप्रिय सोशल मीडिया क्रिएटर दीपा नेगी को अपने ही गांव घिम्तोली से पंचायत चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहीं दीपा नेगी की डिजिटल प्रसिद्धि स्थानीय राजनीति में उन्हें जीत दिलाने में नाकाम रही।
स्थानीय मतदाताओं ने सोशल मीडिया के प्रभाव की बजाय ज़मीनी जुड़ाव, जनसंपर्क और सेवा भावना को प्राथमिकता दी। यह परिणाम साफ दर्शाता है कि ग्रामीण राजनीति में भरोसे, काम और प्रत्यक्ष संवाद की भूमिका सबसे अहम होती है।
दीपा नेगी की हार ने यह भी साबित कर दिया कि डिजिटल छवि और ऑनलाइन फॉलोइंग, गांव की जनता के निर्णय को प्रभावित नहीं कर सकते जब बात स्थानीय नेतृत्व की आती है।
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