गंगोलीहाट।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल स्टाफ की उदासीनता के कारण एक गर्भवती महिला और उसके नवजात की मौत हो गई। पीड़िता के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सोमवार दोपहर करीब 1:30 बजे ग्राम रैतोला चौरपाल निवासी रविंद्र सिंह अपनी गर्भवती पत्नी कमला देवी को गंगोलीहाट सीएचसी लेकर पहुंचे। परिजनों के अनुसार, अस्पताल स्टाफ ने जांच के बाद सामान्य प्रसव का भरोसा दिया। लेकिन करीब 2:45 बजे महिला की हालत गंभीर बताते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
रवींद्र सिंह का आरोप है कि 108 एंबुलेंस सेवा को कॉल करने पर उन्हें दो से ढाई घंटे में एंबुलेंस भेजने की बात कही गई। इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने पिथौरागढ़ तक पहुंचने की संभावना पर भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया। आरोप यह भी है कि अस्पताल स्टाफ ने एक निजी अस्पताल में जांच कराने का सुझाव दिया।
निजी अस्पताल पहुंचने पर नवजात को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि कमला देवी की हालत लगातार बिगड़ती रही। देर रात करीब 12 बजे महिला ने भी दम तोड़ दिया।
इस मामले में सीएचसी प्रभारी डॉ. पवन कार्की ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाई जा रही है और जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल
इस घटना ने सीएचसी की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर रोष व्यक्त किया है और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग की है।
पर्वतीय राज्य उत्तराखंड की ताज़ा और सटीक खबरों के लिए, आप सभी का अपना न्यूज़ पोर्टल – pahadpan.com
हमारी खबरों से जुड़े रहें, जानकारी के लिए संपर्क करें:
📞 +917409347010
📞 +917088829995
Leave a Reply