मसूरी।
उत्तराखण्ड क्रांति दल (उक्रांद) के युवा नेता आशीष नेगी ने शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश की राजनीति पर तीखा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के शहीदों को अब तक न्याय नहीं मिला है। आखिर कब तक हमारे शहीदों की कुर्बानियों को भुलाया जाएगा?”
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए नेगी ने सवाल उठाया कि आखिर किस तर्क से भाजपा ने मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान दिया, जबकि उन्हीं के शासनकाल में उत्तराखण्ड आंदोलनकारियों का नृशंस नरसंहार हुआ था।
पहाड़पन से विशेष बातचीत में आशीष नेगी ने कहा, “जिन हाथों पर हमारे शहीदों का खून लगा है, उन्हीं को सम्मानित करना और फिर मंचों पर शहीदों की आड़ में आंसू बहाना भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर करता है। शहीदों का बलिदान उत्तराखण्ड की आत्मा है और यदि उनके न्याय की लड़ाई को दरकिनार किया जाता है तो यह राज्य की अस्मिता पर सीधी चोट होगी।”
कार्यक्रम में मौजूद जनता और युवा भी इस सवाल पर गहरी सोच में पड़ गए। खास बात यह रही कि इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री भी मंच पर मौजूद थे, जिनके सामने यह सवाल सीधे दागा गया।
मसूरी की जनता ने माना कि आज़ादी के बाद हुए इस सबसे बड़े जनआंदोलन के शहीदों के बलिदान को राजनीतिक स्वार्थ के तराजू पर नहीं तोला जा सकता।
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