उराखंड के नैनीताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने पुलिस और रेस्क्यू टीमों को करीब 20 घंटे तक छकाए रखा। दिल्ली से आए 40 वर्षीय पर्यटक अंकित धीमन ने स्कूटी समेत खाई में गिरने का नाटक रच डाला और खुद चुपचाप दिल्ली अपने घर पहुंच गया।
पूरा घटनाक्रम:
सोमवार शाम लगभग 3:30 बजे कोतवाली मल्लीताल को सूचना मिली कि एक व्यक्ति लापता है, जिसकी आखिरी लोकेशन किलबरी के आगे मिली थी। पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने तुरंत तलाश शुरू की। रात में करीब 100 मीटर गहरी खाई में स्कूटी की जलती लाइट दिखी। आसपास सर्च के दौरान युवक का लैपटॉप बैग और मोबाइल भी बरामद हुआ, लेकिन खुद युवक का कोई सुराग नहीं मिला।
घना जंगल, रात का अंधेरा और गुलदार-भालू की मौजूदगी के बीच ऑपरेशन रोकना पड़ा। मंगलवार सुबह दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसमें SP क्राइम एंड ट्रैफिक जगदीश चंद्र सहित SDRF और पुलिस की टीमें शामिल रहीं।
इसी दौरान मौके पर पहुंचे परिजनों को युवक के दिल्ली घर पहुंचने की सूचना मिली।
कौन है अंकित धीमन?
दिल्ली निवासी अंकित धीमन किसी साइट पर काम देखने हल्द्वानी आया था, जहां से वक्त निकालकर नैनीताल घुमने चला गया। मल्लीताल स्थित SBI के पास से उसने स्कूटी (UK04 TB 3886) किराए पर ली और पंगोट की तरफ निकल गया। रास्ते में उसने अपनी पत्नी को ट्रिप की बातें भी बताईं।
क्या था मकसद?
अब बड़ा सवाल यही है कि आखिर युवक ने स्कूटी खाई में क्यों फेंकी और खुद गायब होकर दिल्ली कैसे पहुंच गया? क्या ये किसी बड़ी योजना का हिस्सा था या कोई मानसिक दबाव?
फिलहाल, पुलिस ने युवक के परिजनों को पूछताछ के लिए कोतवाली मल्लीताल बुलाया है और मामले की गहराई से जांच जारी है।
रेस्क्यू टीम में शामिल रहे:
मनोज रावत, महेंद्र भंडारी, सुरेंद्र कुमार, सतीश पांडे, चंदन रौतेला, रविंद्र कुमार, दीपक बिष्ट, शाहिद समेत कई कर्मियों ने रेस्क्यू में दिन-रात मेहनत की।
सवाल वही – छलावा था या साजिश?
पर्यटन सीजन में ऐसे घटनाक्रम उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन के लिए नई चुनौती बन सकते हैं। आखिर क्यों एक पर्यटक इस तरह की हरकत करता है? जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
पहाड़पन की खबरें आपको कैसी लगती हैं? हमें व्हाट्सएप पर अवश्य साझा कीजिए!
📞 +917409347010
Leave a Reply