चमोली जिले के प्राणमती गांव के लोगों को एक बार फिर दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। गांव के 47 वर्षीय सुलप सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई, लेकिन गांव तक सड़क न होने के कारण उन्हें डंडी-कंडी के सहारे 8 किमी पैदल चलकर सितेल मोटर मार्ग तक लाया गया। रास्ते में मरीज दर्द से तड़पता रहा, लेकिन गांव के युवाओं ने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए हर संभव कोशिश की।
गौरतलब है कि प्राणमती गांव के लोग लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं। पिछले साल 2024 के लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों ने सड़क न होने के कारण मतदान बहिष्कार किया था। तब विधायक भूपाल राम टम्टा ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू होगा, लेकिन आज तक यह वादा अधूरा है।
ग्रामीणों में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं होता। सड़क जैसी बुनियादी सुविधा न होने से गांव के लोगों को इलाज, शिक्षा और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अब देखना होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस बार कोई ठोस कदम उठाते हैं या फिर ग्रामीणों को सिर्फ कोरे वादों का ही सामना करना पड़ेगा।
पहाड़पन की खबरें आपको कैसी लगती हैं? हमें व्हाट्सएप पर अवश्य साझा कीजिए!
अब पहाड़पन पर आप अपने व्यवसाय का भी प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
📞 +917409347010
Leave a Reply