सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट ने खोली व्यवस्थाओं की पोल: ट्रैक्टर से नदी पार कर रहे हैं लोग, वसूला जा रहा है ‘सुविधा शुल्क’
कोटद्वार।
उत्तराखंड में हो रही लगातार मूसलधार बारिश ने पहाड़ों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। कोटद्वार-नजीबाबाद मार्ग पर NH-534 की पुलिया बहने के बाद से यातायात पूरी तरह से ठप है और सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश से कोटद्वार आने का एकमात्र बचा रास्ता ट्रैक्टर के सहारे नदी पार करना बताया गया है।
इसमें लिखा है कि:
“ट्रैक्टर द्वारा कार पार कराने का ‘सुविधा शुल्क’ ₹200 और पैदल यात्रियों से ₹20 वसूले जा रहे हैं।
थोड़ी सी बारिश में 2 लाख की आबादी का एक शहर दुनिया से कट गया है…
मुस्कुराइए, आप उत्तराखंड में हैं!”
यह पोस्ट न केवल व्यवस्था की पोल खोल रही है, बल्कि आपदा प्रबंधन की तैयारी पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है।
पुलिया टूटने के बाद कोटद्वार का संपर्क दिल्ली, मेरठ, हरिद्वार, देहरादून और कुमाऊं मंडल से टूट चुका है। PWD और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें मौके पर मौजूद हैं, लेकिन स्थिति अब भी नियंत्रण से बाहर नजर आ रही है।
अब सवाल उठता है – क्या हर साल मानसून में उत्तराखंड ऐसे ही टूटता रहेगा? और आमजन ‘सुविधा शुल्क’ देकर ज़िंदगी की जद्दोजहद में डूबा रहेगा?
समय है कि व्यवस्थाएं सुधरें, वादे नहीं।
पहाड़पन की खबरें आपको कैसी लगती हैं? हमें व्हाट्सएप पर अवश्य साझा कीजिए!
📞 +917409347010
Leave a Reply