हल्द्वानी (पहाड़पन ब्यूरो)।
प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम में आगामी 15 जून को होने वाले स्थापना दिवस मेले को लेकर जिला प्रशासन नैनीताल द्वारा व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं मंदिर समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।
आवागमन और यातायात प्रबंधन
मेले में लाखों श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित प्रावधान किए गए हैं:
भीमताल से आगे दोपहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
श्रद्धालुओं को हल्द्वानी, भवाली, नैनीताल, गरमपानी और भीमताल से शटल सेवा के माध्यम से मंदिर तक लाया जाएगा।
बुजुर्ग, बीमार एवं दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष शटल सेवा की व्यवस्था की गई है।
सड़क किनारे अतिक्रमण पर पूर्ण प्रतिबंध
श्रद्धालुओं की सुविधा और यातायात की सुचारु व्यवस्था के लिए नैनीताल-भीमताल-भवाली-कैंची धाम मार्ग पर किसी भी प्रकार की फूड वैन, ठेले या भंडारे की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई व्यक्ति सेवा देना चाहता है, तो वह प्री-अप्रूव्ड स्थल (पार्किंग या निजी भूमि) पर ही सेवा दे सकता है, जिसके लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी।
स्वच्छता, पेयजल एवं शौचालय प्रबंधन
100 से अधिक सफाई कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी, जो 12 से 20 जून तक नियमित सफाई कार्य करेंगे।
मोबाइल टॉयलेट, पेयजल टैंकर, और विद्युत आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
शिप्रा नदी के आसपास विशेष सफाई अभियान और सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी।
सुरक्षा एवं चिकित्सा सुविधाएं
मेले के दौरान प्रत्येक पार्किंग स्थल एवं मुख्य क्षेत्रों में सुरक्षाकर्मियों और PRD जवानों की तैनाती की जाएगी।
एम्बुलेंस, चिकित्सक, मेडिकल टीम और आवश्यक दवाएं मेले की अवधि में उपलब्ध रहेंगी।
सड़क निर्माण और साइनेज
लोनिवि को पाथवे निर्माण कार्य तीन दिनों में पूर्ण करने एवं प्रमुख मार्गों पर साइनेज और बैरिकेडिंग स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।
एनएच विभाग को हल्द्वानी से गरमपानी तक फैले मलबे और कूड़े को हटाने के लिए 12 जून तक की समय सीमा दी गई है।
फोटोग्राफी, रील्स और शॉर्टकट रास्तों पर प्रतिबंध
मंदिर परिसर में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी एवं रील्स बनाना प्रतिबंधित रहेगा।
शॉर्टकट मार्गों को पूर्ण रूप से बंद किया जाएगा, जिससे भक्तों की लाइन सुव्यवस्थित बनी रहे।
प्लास्टिक मुक्त मेला
कैंची धाम मेला पूर्णतः प्लास्टिक मुक्त रहेगा। सभी शटल वाहनों में कूड़ेदान लगाना अनिवार्य होगा।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने स्पष्ट किया कि यह आयोजन जिले एवं राज्य के लिए गौरवपूर्ण अवसर है और सभी संबंधित विभागों को सौंपे गए उत्तरदायित्वों का समयबद्ध और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा।
श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मेले को शांतिपूर्ण एवं भव्य रूप से संपन्न कराने में सहयोग दें।
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