रिपोर्ट: तनिष बिष्ट, कर्णप्रयाग ( उत्तराखंड )
कर्णप्रयाग के सुभाष नगर क्षेत्र में बीते दिनों हुई तेज बारिश के कारण एक जर्जर मकान अचानक सड़क की ओर झुक गया है। इसी दौरान भारी मलबा भी सड़क पर आ गया, जिससे आवागमन कुछ समय के लिए प्रभावित हुआ। यह स्थिति स्थानीय लोगों के लिए खतरे का संकेत बन गई है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह मकान पहले से ही खाली था और कमजोर हालत में था। बारिश के कारण इसकी स्थिति और अधिक खराब हो गई है। अब मकान का झुकाव सीधे मुख्य सड़क की ओर है, जिससे आमजन की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है।
घटना की सूचना मिलने पर ABVP के नगर SFS संयोजक यश खंडूड़ी मौके पर पहुंचे और भवन की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र भूधंसाव संभावित क्षेत्र के अंतर्गत आता है, ऐसे में निर्माण के समय अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए थी। उन्होंने प्रशासन से यह मांग की कि मकान मालिक को आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए, क्योंकि भवन का निर्माण निजी पूंजी से किया गया था।
यश खंडूड़ी ने यह भी कहा कि “जिन भवनों की स्थिति जोखिमपूर्ण है, उन्हें खाली कराना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।”
इस विषय में स्थानीय जनप्रतिनिधि पुष्कर सिंह रावत ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “इस भवन को तत्काल हटाया जाना चाहिए, क्योंकि इसके साथ कई अन्य मकान भी टिके हुए हैं। प्रशासन को जल्द संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाने चाहिए।”
प्रशासन की ओर से इस संबंध में अभी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की है, जिसे जल्द ही उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
विश्लेषण:
पर्वतीय क्षेत्रों में निरंतर हो रही बारिश और भूधंसाव की घटनाएं जनसुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं। ऐसी परिस्थितियों में प्रशासन और नागरिकों के बीच समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया अत्यंत आवश्यक है। बिना देरी के जोखिम वाले भवनों की पहचान और कार्रवाई, संभावित आपदाओं को टालने में मददगार हो सकती है।
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