देहरादून :
उत्तराखंड में लंबे समय से डीजीपी के पद पर अभिनव कुमार कार्यवाहक डीजीपी के रूप में तैनात थे,बीते दिनों केंद्र सरकार को उत्तराखंड राज्य में पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्ति हेतु नामों का पैनल तैयार कर भेजा गया था।
जिस पर आज आधिकारिक रूप से मोहर लग चुकी है अब शासन द्वारा सम्यक विचार के बाद 1996 बैच के आईपीएस अभिनव कुमार को उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
उत्तराखंड के नए डीजीपी अब इस दीपम सेठ होंगे,दीपम सेठ के बारे में आपको बताते चलें कि वह उत्तराखंड के वरिष्ठ IPS है और 1995 बैच के IPS हैं।
वहीं उत्तराखंड में अबतक डीजीपी रहे अभिनव कुमार के कार्यकाल की बात करें तो राज्य में लगातार युवा आंदोलनरत हैं और ऐसे में लगातार पुलिस ने लाठियां युवाओं पर चलाई यही कारण है कि अभिनव कुमार को युवाओं का भारी विरोध सोशल मीडिया और धरातल पर झेलना पड़ा,यही नहीं अभिनव कुमार द्वारा केदारनाथ उपचुनाव के परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें केदारनाथ उपचुनाव में जीत की बधाई पुष्प गुच्छ के साथ दी थी जिसके बाद सोशल मीडिया में तमाम तरह के आरोप उत्तराखंड के डीजीपी पर लगते रहे,यही नहीं सोशल मीडिया में तो लोगों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि अभिनव कुमार को पुलिस की नौकरी छोड़कर राज्य में चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए।
उत्तराखंड में लगातार चोरी डकैती हत्याएं बलात्कार की घटनाएं दिन प्रतिदिन बड़ रही हैं कानून व्यवस्था राज्य में पूरी तरह चरमराई हुई हैं ऐसे में नए डीजीपी दीपम सेठ के लिए कानून व्यवस्था को बनाए रखना बड़ी चुनौती होगी,क्योंकि पिछले डेढ़ साल में यदि बात करें उत्तराखंड की कानून व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त है वही लगातार पुलिस द्वारा आंदोलनकारीयों पर राज्य सरकार के दबाव में फर्जी मुकदमे लगा दिए जा रहे हैं और उसके बाद उच्च न्यायालय के माध्यम से लगातार राज्य की पुलिस को फटकार मिल रही है।
अब देखना होगा कि दीपम सेठ राज्य में इन सारी चुनौतियों को पार करते हुए पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी किस तरह निभाते हैं।
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