कोटद्वार |
बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में अब फैसला आने की घड़ी नज़दीक है। 30 मई 2025 को कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) रीना नेगी की अदालत इस बहुप्रतीक्षित मामले में अपना फैसला सुनाएगी।
इससे पहले कोर्ट में बचाव पक्ष और अभियोजन पक्ष की बहस पूरी हो चुकी है। शुक्रवार को बचाव पक्ष की ओर से अंतिम बहस की प्रक्रिया भी संपन्न हो गई, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को लेकर गहन चर्चा हुई। बचाव पक्ष ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य अभियोजन पक्ष की कहानी से मेल नहीं खाते। उन्होंने चिल्ला नहर से शव बरामदगी से जुड़े वीडियो और तथ्यों को संदिग्ध बताया।
क्या है मामला:
सितंबर 2022 में ऋषिकेश के पास एक रिसॉर्ट में कार्यरत 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में रिसॉर्ट मालिक पुलकित आर्य—जो एक पूर्व भाजपा नेता का बेटा है—को मुख्य आरोपी बनाया गया। उसके साथ अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर भी आरोपी हैं।
तीनों आरोपियों पर हत्या और सबूत मिटाने का आरोप है। जांच एसआईटी द्वारा की गई, जिसके बाद मुकदमे की सुनवाई कोटद्वार की एडीजे कोर्ट में चली। इस दौरान 47 गवाहों के बयान दर्ज हुए, जिनमें अंतिम गवाह एसआईटी निरीक्षक राजेन्द्र सिंह खालिया थे।
जनता और परिजनों की निगाहें कोर्ट पर:
मामले की गंभीरता और जनभावनाओं को देखते हुए पूरे राज्य की नजरें इस फैसले पर टिकी हैं। अंकिता के परिजनों और आम नागरिकों ने लगातार न्याय की मांग करते हुए धरने और प्रदर्शन किए थे। यह हत्याकांड उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि देशभर में सुर्खियों में रहा।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई:
फैसले के दिन कोर्ट परिसर और कोटद्वार क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अनुमान है कि 30 मई को बड़ी संख्या में लोग कोर्ट परिसर के बाहर एकत्र हो सकते हैं।
पहाड़पन की खबरें आपको कैसी लगती हैं? हमें व्हाट्सएप पर अवश्य साझा कीजिए!
📞 +917409347010
Leave a Reply