रामनगर, 11 अगस्त 2025 – आज सुबह धनगढ़ी नाले पर भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से गर्जिया पुलिस ने वाहनों को रोका हुआ था। इस दौरान खड़ी पांच मोटरसाइकिलों को रामनगर की ओर से आ रही बस संख्या UK 04 PA 0422 ने ब्रेक फेल होने पर कुचल दिया।
दुर्घटना में विरेंद्र शर्मा (42 वर्ष), निवासी मनिला बिहार चोरपानी रामनगर और सुरेंद्र सिंह पंवार (53 वर्ष), निवासी गंगोत्री बिहार कानिया की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं ललित पांडे (दुर्गापुरी, रामनगर) और सत्यप्रकाश (जसपुर, ऊधमसिंहनगर) गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें सीएचसी रामनगर में भर्ती कराया गया है और बाद में रेफर किया गया।
शिक्षक समाज में शोक की लहर
अत्यंत दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि धनगढ़ी में दो शिक्षक साथियों — श्री सुरेंद्र सिंह पंवार (जीपीएस कोठल गाँव) और श्री वीरेंद्र शर्मा (जीपीएस बोड तल्ला) का इस दुर्घटना में निधन हो गया।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें एवं उनके परिवार को इस आघात को सहने की शक्ति दें। ॐ शांति।
साथ ही इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल श्री सत्यप्रकाश (जीपीएस हरडा) के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जाती है।
उत्तराखंड स्टेट टीचर्स एसोसिएशन, जनपद अल्मोड़ा ने सभी शिक्षकों से अपील की है कि इन दिनों लंबी दूरी की यात्रा से बचें एवं यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतें।
पुरानी और खस्ताहाल बसों पर लगातार सवाल
स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि इस मार्ग पर 15 साल से भी पुरानी बसें लगातार संचालित हो रही हैं, जिनकी नियमित फिटनेस जांच नहीं होती।
सोशल मीडिया यूज़र Arjun Negi ने लिखा कि इस बस की हालत बेहद खराब थी — छत से पानी टपक रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने कुछ दिन पहले यात्रा के दौरान कंडक्टर से की थी।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। एक महीने पहले इसी आदर्श कंपनी की बस, जो सल्ट रूट पर चल रही थी, ब्रेक न लगने और पत्ते टूटने के कारण मार्चुला में खड़ी कर दी गई थी। उससे पहले, इसी कंपनी की एक चलती बस में से अचानक टायर निकल गया था, लेकिन सौभाग्य से बड़ा हादसा टल गया। यात्रियों की कई बार शिकायतों के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है और लगातार खराब हालत की बसें इस रूट पर चलाई जा रही हैं।
हादसे से पहले ड्राइवर को था ब्रेक की खराबी का अंदेशा
सोशल मीडिया पर आशीष वर्मा नामक यूज़र ने दावा किया कि बस चालक को धनगढ़ी गेट से पहले ही पता चल गया था कि ब्रेक का प्रेसर लीक है। उन्होंने बताया कि बस चालक ने उनकी गाड़ी में आकर यह बात कही भी थी और वहां मौजूद लोग कह रहे थे — “चलो, चलो, सब गाड़ियां जा रही हैं।”
आशीष वर्मा का कहना है कि इस संबंध में कई साक्ष्य मौजूद हैं, जो यह साबित करते हैं कि हादसे से पहले बस में तकनीकी खराबी की जानकारी थी, लेकिन फिर भी उसे आगे बढ़ाया गया।
प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल
मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद अल्मोड़ा डीएम ने स्कूलों की छुट्टी सुबह 8:34 बजे घोषित की, जब कई शिक्षक और कर्मचारी पहले ही रास्ते में थे। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे हालात में समय रहते छुट्टी क्यों नहीं घोषित की गई, जिससे जान बचाई जा सकती थी।
आगे की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने के बाद मामले में अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, परिवहन विभाग की भूमिका और खस्ताहाल बसों के संचालन पर भी अब गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
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