देहरादून, 03 मार्च 2025:
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज़ उठा रहे युवा क्रांतिकारी बिरजू मयाल को पुलिस ने जबरन धरना स्थल से हटाकर हिरासत में ले लिया। उन्हें प्रशासन द्वारा निर्धारित धरना स्थल एकता विहार ले जाया जा रहा है।
क्या है मामला?
बिरजू मयाल पिछले कुछ दिनों से विभिन्न विकास कार्यों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ़ धरने पर बैठे थे। उन्होंने सरकार और प्रशासन पर घोटालों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
हर घर जल मिशन में गड़बड़ी – जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों पर भ्रष्टाचार का आरोप।
सड़क निर्माण कार्यों में धांधली – घटिया निर्माण और लापरवाही के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग।
सरकारी भवनों के निर्माण में अनियमितता – ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर जांच का दबाव।
प्रशासन पर दमन का आरोप
धरना स्थल से जबरन हटाए जाने के बाद बिरजू मयाल के समर्थकों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। उनका कहना है कि प्रशासन भ्रष्टाचार के खिलाफ़ उठ रही आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहा है।
अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं या फिर जनता को न्याय के लिए और लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
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